आँखें सिर्फ देखने भर के लिए नहीं है। आँखों से दिल , दिमाग , शरीर सब कुछ जुडा होता है। ख़ुशी , गम , डर ,आश्चर्य , शक , आदि भावनाएं आँखें दर्शा देती ,आँखों से दिल में उतरना सभी ने सुना होगा और ये सच भी है। ये हमारे आत्म विश्वास का आइना है।
आँखों से चेहरे की सुंदरता पर बहुत फर्क पड़ता है। सुंदर आँखे मन मोह लेती है। यदि आँखों की देखभाल सही तरीके से की जाये तो ये उम्र भर साथ देती है।आपका चेहरा आत्म विश्वास और स्वास्थ्य से भरा नजर आता है। इसके लिए थोड़ा समय आँखों की देखभाल को जरूर देना चाहिए ताकि उम्र भर इनका आनंद उठा सके।
कई स्त्रियाँ खूबसूरत आंखों के लिए दोस्तों के कहने पर या कॉस्मेटिक बेचने वाले के कहने पर आई मेकअप प्रोड्क्ट्स खरीद लेती है | जिनके इस्तेमाल से कुछ समय के लिए तो आंखें खूबसूरत दिखने लगती है | लेकिन इसके प्रभाव से आंखों से सम्बन्धित कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इन उत्पादों के विषय में कॉस्मेटिक्स विशेषज्ञ की सलाह ले लें ,अथवा ऐसी जगह से कॉस्मेटिक खरीदें, जिस पर आपको यकीन और पक्का भरोसा हो । खूबसूरत आंखों पाने और इनकी सेहत को हमेशा बरकरार रखने के लिए आप निम्न उपाय आजमा सकती हैं।
खूबसूरत आंखों के लिए उपाय
योग – खूबसूरत आंखों के लिए योग और व्यायाम की भूमिका को बिलकुल भी नजरअंदाज ना करें नहीं तो वो खूबसूरती स्थाई नहीं रहेगी | आखों पर से तनाव को कम करने के लिए योग भी एक बेहतर उपचार है। ऐसा करने से आंखों के आस-पास की मांसपेशियां मजबूत रहती है | साथ ही लचीलापन भी बरकरार रहता है। इसके अलावा योग के नियमित अभ्यास से आंखों की रोशनी भी बढ़ती है।
आप रोजाना काम के बीच ही कुछ बातों का ख्याल रखकर अपनी आंखों को स्वस्थ बना सकते हैं। जैसे गर्दन को सीधा रखकर आंखों की पुतलियों को पहले 4-6 बार ऊपर नीचे और फिर दाएं-बाएं घुमाएं। इसके बाद इस क्रिया को गोलाई में क्लॉकवाइज और एंटी-क्लॉकवाइज घुमाइए। आंखों को घुमाते वक्त बीच-बीच में हथेलियों के मध्य भाग से आंखों को कुछ देर तक ढककर रखें, इससे आंखों की मांसपेशियां मजबूत बनी रहेंगी।
घरेलू उपचार – बढ़ती उम्र की आम समस्या यानी झुर्रियां, आमतौर पर त्वचा रूखी होने के कारण होती हैं। ऐसे में अपनी आंखों को घर पर पोषण देने के लिए ब्रेड क्रम्स को गुनगुने दूध में फूलाएं। अब इसमें बादाम के तेल और एलोवेरा एक्सट्रैक्ट की कुछ बूंदें मिला लें। इस पेस्ट को किसी जालीदार कपड़े में लपेटें और बंद आंखों के ऊपर 15 मिनट रखें। यह प्रक्रिया हफ्ते में कम-से-कम तीन बार करने से कुछ ही दिनों में झुर्रियां कम हो जाएंगी।
संतुलित आहार– खूबसूरत आंखों के लिए और अपनी आंखों को स्वस्थ बनाये रखने के लिए अपने आहार चार्ट पर नज़र जरूर डालें। ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन-ए, सी व ई युक्त आहार जैसे पालक, सॉल्मन मछली, अखरोट, संतरे व बादाम आदि की मात्रा को अपने आहार में जरुर शामिल कीजिए।
विटामिन-ए के सेवन से आंखों की चमक व रोशनी बढ़ती है, विटामिन-सी से कालापन कम होता है, विटामिन-ई से आंखों को पोषण मिलता है जो झुर्रियों को दूर करने में मदद करता है और ओमेगा-3 फैटी एसिड से त्वचा की लचीलता बरकरार रहती है।
खूबसूरत आंखों को होना केवल सौंदर्य का ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य का भी प्रतीक होता है। इसलिए आपको कई स्तरों पर प्रयास करने पड़ेंगे | आँखें बहुत कोमल होती है | इन्हे तेज धूप , धूल – मिट्टी , धुआं आदि से बचाना चाहिए। धूप में अल्ट्रा वॉयलेट किरणे आँखों के लिए बहुत नुकसान देह होती है।
इसके लिए अच्छी क़्वालिटी के गॉगल्स पहन कर बचाव किया जा सकता है।
आँखों को दिन में चार पांच बार ठन्डे पानी से छींटे मारकर धोना चाहिए।
लेट कर बुक्स या मोबाइल पर पढ़ाई नहीं करनी चाहिए । पढ़ने के लिए आँखों से किताब या स्क्रीन की दूरी डेढ़ से दो फुट की होनी चाहिए।
आँखों की एक्सरसाइज करनी चाहिए ताकि आँखें स्वस्थ रहें।
आँखें झपकाना कम नहीं होना चाहिए अन्यथा सूखापन होकर आँखों में जलन हो सकती है।
लगातार घंटो तक आँखों के उपयोग से थकान हो जाती है। इन्हे बीच में रेस्ट जरूर देना चाहिए।
खान पान से आँखों की सुरक्षा
1. बादाम , सौंफ और कुंजा मिश्री बराबर मात्रा में लेकर बारीक पीस लें। इस मिश्रण को एक चम्मच सुबह एक चम्मच शाम को दूध के साथ लें। ये आँखों के लिए अमृत है। लगातार एक महीने लेने से शुरुआती कम नंबर का चश्मा भी उतर जाता है।
2. शहद आँखों के लिए बहुत अच्छा होता है। शुद्ध शहद सलाई से सप्ताह में दो बार लगाने से आँखें स्वस्थ रहती है। या एक एक बूँद शहद आँखों में डालें। शहद शुद्ध व स्वच्छ होना जरुरी है।
3. गाजर का जूस आँखों के लिए अच्छा होता है। सीजन में अवश्य पीना चाहिए।
4. आँखों के नीचे काले घेरे हो तो ककड़ी का रस तीन चार बार लगाना चाहिए और ककड़ी रोज खानी चाहिए। रस आँखों में नहीं जाना चाहिए।
5. पौष्टिक और विटामिन A से भरपूर चीजें खानी चाहिए। जैसे गाजर , शकरकंद , काशीफल कददू , आम, पपीता आदि।